एक्ट्रेस कंगना रनोट और महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना के नेता संजय राउत के बीच चल रहा विवाद एक नए स्तर पर पहुंच गया है। कंगना ने सोमवार को ट्वीट करते हुए बताया कि उनके मुंबई स्थित स्टूडियो में बीएमसी (बृहन्नमुंबई महानगरपालिका) की टीम पहुंची थी। जिन्होंने कहा कि मैडम की करतूत का परिणाम सबको भरना होगा और वे कल आकर तोड़फोड़ करने की बात कहकर गए हैं।
कंगना ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'मेरे पास सभी पेपर्स हैं, बीएमसी की अनुमति है जिसके मुताबिक मेरी संपत्ति में कुछ भी अवैध नहीं है, बीएमसी को एक नोटिस के साथ अवैध निर्माण को दिखाने वाला एक स्ट्रक्चर प्लान भेजना चाहिए, आज उन्होंने मेरे ऑफिस में छापा मारा था और बिना कोई नोटिस के वे कल आकर मेरे पूरे स्ट्रक्चर को तोड़ देंगे।'
परिणाम भुगतने की धमकी दी
अपने दूसरे ट्वीट में कंगना ने लिखा, 'उन्होंने जबरदस्ती मेरे पूरे ऑफिस का नाप लिया, साथ ही मेरे पड़ोसियों को भी परेशान किया, जब उन्होंने बीएमसी के अधिकारियों को जवाब देने की कोशिश की तो उन्होंने कहा, वो जो मैडम है उसकी करतूत का परिणाम सबको भरना होगा। मुझे बताया गया है कि कल वे मेरी संपत्ति को तोड़ने वाले हैं।'
मेरा सपना टूटन का वक्त आ गया है
अपने तीसरे ट्वीट में कंगना ने लिखा, 'ये मुंबई में मणिकर्णिका फिल्म्स का ऑफिस है, जिसे मैंने पंद्रह साल मेहनत करके कमाया है, मेरा जिंदगी में एक ही सपना था मैं जब भी फिल्म निर्माता बनूं मेरा अपना खुद का ऑफिस हो, मगर लगता है ये सपना टूटने का वक्त आ गया है, आज वहां अचानक बीएमसी के कुछ लोग आए हैं।'
##एक बयान से शुरू हुआ सारा विवाद
कंगना और महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ दल में से एक शिवसेना के बीच ये सारा विवाद उस वक्त शुरू हुआ था, जब कंगना ने कहा था कि उन्हें मूवी माफिया के गुंडों से ज्यादा डर मुंबई पुलिस से लगता है। इसके साथ ही कंगना ने मुंबई में हिमाचल प्रदेश सरकार या फिर सीधे केंद्र सरकार से सुरक्षा मांगने की बात कही थी। जिसे शिवसेना ने मुंबई और महाराष्ट्र का अपमान मानते हुए कंगना से वापस नहीं आने के लिए कहा था।
कंगना के बयान पर भड़की शिवसेना
मुंबई पुलिस से डर लगने की बात को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने 'सामना' में लिखा था कि 'अभिनेत्री का विश्वासघात शर्मनाक है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि मुंबई में रहने के बावजूद वो शहर की पुलिस की आलोचना करती है, हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे मुंबई वापस ना लौटें। ये कुछ और नहीं बल्कि सिर्फ मुंबई पुलिस का अपमान है।
कंगना ने पीओके से कर दी मुंबई की तुलना
राउत के बयान के बाद 3 सितंबर को कंगना ने एक ट्वीट करते हुए कहा था कि 'शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और कहा है कि मुंबई लौटकर मत आना, मुंबई की गलियों में आजादी के नारे लगने के बाद अब खुली धमकियां, मुंबई क्यों पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह लग रही है?'
बोलीं- मुंबई आ रही हूं, किसी के बाप में दम है तो रोक ले
4 सितंबर को कंगना ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैंने देखा कि बहुत से लोग मुझे मुंबई वापस नहीं आने को लेकर धमका रहे हैं, इसलिए मैंने फैसला किया है कि मैं आने वाले सप्ताह में 9 सितंबर को मुंबई की यात्रा करूंगी, मैं वो समय भी बताऊंगी जब मैं मुंबई हवाई अड्डे पर उतरूंगी, किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले।' इसके बाद राउत ने उन्हें मेंटल बताते हुए उन्हें कुछ दिनों के लिए पीओके भेजने की बात कही। साथ ही कहा कि वे जिस थाली में खा रही हैं उसी में छेद कर रही हैं।
बोलीं- महाराष्ट्र किसी के बाप का नहीं है
इसके बाद भी कंगना ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर आग उगलना जारी रखा। इस दौरान उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र किसी के बाप का नहीं है, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हं मैं मराठा हूं, उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे? आप कौन होते हैं मुझे महाराष्ट्र प्रेम या नफ़रत का सर्टिफिकेट देने वाले ?' इसके बाद एक न्यूज चैनल से बात करने के दौरान संजय राउत ने कंगना को हरामखोर लड़की कह दिया था।
इसके बाद भी दोनों के बीच भड़काऊ बयानबाजी का दौर चालू रहा। जिसके बाद सोमवार को खबर आई कि केंद्र सरकार ने कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद हुए घटनाक्रम में बीएमसी की टीम कंगना के मुंबई स्टूडियो पहुंच गई।
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