google-site-verification=f-4SH7lQDeEfduld7qeLL3RP7xNYO96R21jzCFZotg0 हेनरिक्स बोले- जडेजा का रिप्लेसमेंट चहल ठीक नहीं; सहवाग ने कहा- भारत का फैसला सही रहा

हेनरिक्स बोले- जडेजा का रिप्लेसमेंट चहल ठीक नहीं; सहवाग ने कहा- भारत का फैसला सही रहा

भारतीय टीम ने टी-20 सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 11 रन से शिकस्त दी। मैच में चोटिल ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की जगह स्पिनर युजवेंद्र चहल कन्कशन सब्सटिट्यूट के तौर पर शामिल किए गए थे। चहल 3 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच रहे। इस रिप्लेसमेंट पर ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर और ऑलराउंडर मोइसेस हेनरिक्स से लेकर सभी प्लेयर नाखुश दिखे।

वहीं, इंडियन साइड की बात करें तो पूर्व दिग्गज वीरेंद्र सहवाग, सुनील गावस्कर ने इस रिप्लेसमेंट को बिल्कुल ठीक फैसला करार दिया। दरअसल, मैच में भारत की पारी के दौरान 19वें ओवर में बल्लेबाज जडेजा को हैम-स्ट्रिंग की शिकायत हुई थी। इसके बाद 20वें ओवर में मिचेल स्टार्क की बॉल जडेजा के हेल्मेट पर जा लगी थी।

ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर ही रिप्लेसमेंट होना चाहिए
हेनरिक्स ने कहा, ‘‘मुझे कन्कशन रिप्लेसमेंट से कोई दिक्कत नहीं है। यदि खिलाड़ी को सिर में बॉल लगी है और डॉक्टर रिप्लेसमेंट की सलाह देते हैं, तो यह ठीक है। लेकिन यह रिप्लेसमेंट नियम के मुताबिक समान होना चाहिए। ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर ही आना चाहिए था। मैदान पर जो आया, वह बॉलर था, जो 11 नंबर पर बल्लेबाजी करता है। मेरा मानना है कि यह ठीक नहीं है।’’

लक्षण 24 घंटे के अंदर भी मिल सकते हैं
सहवाग ने कहा, ‘‘भारतीय टीम का फैसला सही था, क्योंकि जडेजा खेलने के लिए फिट नहीं थे। टीम इंडिया को यह एक मौका मिला था। जडेजा के सिर पर बॉल लगी थी और जब ऐसी चोट लगती है, तो कोई यह नहीं कह सकता कि कन्कशन उसी समय होगा। इसके लक्षण 24 घंटे के अंदर भी मिल सकते हैं।’’

सहवाग ने कहा- मुझे भी कई बार सिर में बॉल लगी है
उन्होंने कहा, ‘‘उनका (ऑस्ट्रेलिया) तर्क है कि चोट के बाद भी जडेजा ने बल्लेबाजी की और रन बनाए। लेकिन जब आप ड्रेसिंग रूम में पहुंचकर हेलमेट हटाते हैं, तो सूजन साफ दिखती है। प्लेयर को चक्कर भी आ सकते हैं। मुझे भी कई बार हेलमेट में बॉल लगी, इसलिए मैं इस दर्द को अच्छे से समझता हूं। हालांकि हमारे समय ऐसा कोई नियम नहीं था।’’

स्मिथ की जगह लाबुशाने भी कन्कशन सब्सटिट्यूट रहे थे
वीरू ने कहा, ‘‘जब स्टीव स्मिथ (पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान) को सिर पर बॉल लगी थी तो मार्नस लाबुशाने को कन्कशन सब्सटिट्यू के तौर पर शामिल किया गया था। तब लाबुशाने ने मौके का फायदा उठाते हुए रन भी बनाए थे। तब ऑस्ट्रेलिया को भी फायदा मिला था, इसलिए मेरा मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को शिकायत नहीं करनी चाहिए।’’

ऑस्ट्रेलियाई कोच हुए गुस्सा, रेफरी से की बहस
भारत के कन्कशन सब्सटिट्यूट लेने के फैसले से ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर गुस्से में नजर आए थे। पहली पारी के बाद उन्होंने मैच रेफरी डेविड बून से बहस भी की। वहीं, मैच के बाद गावस्कर ने एक चैनल से कहा था कि सबकुछ नियम के तहत ही हुआ है, क्योंकि यह फैसला मैच रेफरी डेविड बून ने लिया है। बून भी ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्लेयर हैं, ऐसे में वे अपनी टीम के खिलाफ गलत फैसला क्यों लेंगे।



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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 में चोटिल ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की जगह स्पिनर युजवेंद्र चहल कन्कशन सब्सटिट्यूट के तौर पर शामिल किए गए थे।


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