google-site-verification=f-4SH7lQDeEfduld7qeLL3RP7xNYO96R21jzCFZotg0 अश्विन बोले- फिंच को दोस्ती के कारण मांकड़िंग से आउट नहीं किया; कोच पोंटिंग भी चाहते थे कि मुझे फिंच को रनआउट करना चाहिए था

अश्विन बोले- फिंच को दोस्ती के कारण मांकड़िंग से आउट नहीं किया; कोच पोंटिंग भी चाहते थे कि मुझे फिंच को रनआउट करना चाहिए था

आर अश्विन ने सोमवार रात दिल्ली और आरसीबी के मैच में आरसीबी के एरॉन फिंच को मांकड़िंग से आउट नहीं किया। अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर फिंच के आउट नहीं किए जाने के कारणों का खुलासा करते हुए कहा- सोमवार को आईपीएल मैच के दौरान फिंच को नॉन स्ट्राइक पर क्रीज से काफी बाहर जाने के बाद भी दोस्ती के कारण रन आउट नहीं किया। उन्हें अंतिम चेतावनी के रूप में छोड़ दिया। हम एक-दूसरे को काफी अच्छी तरह से जानते हैं। 2018 में हम दोनों किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में साथी रहे हैं। हमने एक साथ कई बार शाम का समय बिताया है।

अश्विन ने कहा ” मैं बॉलिंग करने ही वाला था, तभी मैने देखा कि फिंच क्रीज से काफी आगे हैं। मैं रुक गया। मैं आउट करने को बारे में सोच रहा था। फिंच रुक गए। वह मुझे देखने लगे, लेकिन क्रीज पर नहीं आए। वे वहीं रुके रहे। मैं नहीं जानता कि वे क्यों रुके रहे।”

आईपीएल से पहले रिकी पोंटिंग ने माकंड़िंग से आउट न करने को लेकर अश्विन से बातचीत की थी

अश्विन ने 2019 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में बल्लेबाज जोस बटलर को नॉन स्ट्राइक पर क्रीज से बाहर जाने पर रन आउट कर दिया था। अश्विन उस समय किंग्स इलेवन पंजाब टीम के कप्तान थे। अश्विन की कई क्रिकेटरों ने आलोचना की थी। वहीं आईपीएल 2020 होने से पहले दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने कहा- था कि वह मांकड़िंग से आउट नहीं करने को लेकर अश्विन से बात करेंगे।

पोंटिंग ने टीमों के रन कटौती के लिए आईसीसी से की है बात

आर अश्विन ने बताया कि आरसीबी के मैच के बाद कोच रिकी पोेंटिंग से उनकी चैट पर बात हुई थी। पोंटिंग ने कहा- मुझे फिंच को रन आउट करना चाहिए था। वह (फिंच) काफी दूर जा चुके थे। उन्होंने कहा- कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) से पेनाल्टी के तौर पर टीमों के रन काटने को लेकर बात कर रहे हैं, जिनके खिलाड़ी नॉन स्ट्राइक में क्रीज से काफी दूर निकल जाते हैं।

अश्विन- 10 रन काटे जाने चाहिए

अश्विन ने कहा- मैं चाहता हूं कि वैसे टीमों के खिलाफ गंभीर सजा तय होना चाहिए। जिनके खिलाड़ी नॉन स्ट्राइक पर गेंद फेंकने से पहले बाहर निकल जाते हैं। उस टीम के 10 रन काटे जाने चाहिए।

मांकड़िंग आउट करना स्किल नहीं, गेंदबाजों की मजबूरी है

अश्विन ने कहा - नॉन स्ट्राइक पर क्रीज छोड़कर आगे जाने वाले बल्लेबाजों को (मांकड़िंग ) इस तरह आउट करना काेई स्किल नहीं है। लेकिन गेंदबाजों के पास कोई विकल्प नहीं होता है। जब तक बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर क्रीज छोड़कर आगे रहकर रन लेंगे और इसके लिए उन्हें पछतावा नहीं होगा, तब तक इस तरह होता रहेगा। मैं हमेशा पुलिस की तरह चौकीदारी नहीं करता रहूंगा।

क्या है मांकड़िंग

कोई गेंदबाज अगर गेंद फेंकने के लिए एक्शन लेता है, और अगर उसी वक्त नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर मौजूद बल्लेबाज अगर क्रीज से बाहर निकल जाता है तो बॉलर वहां की बेल्स गिरा सकता है। इस तरह से आउट करने के तरीके को ही मांकड़िंग कहा जाता है। बात 13 दिसंबर 1947 की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट मैच के दौरान भारत के वीनू मांकड़ ने ऑस्ट्रेलिया के विल ब्राउन को इसी तरह से आउट किया था। इसके बाद से वीनू के सरनेम के आधार पर यह तरीका ‘मांकड़िंग’ कहलाया।



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वहीं आईपीएल 2020 होने से पहले दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोटिंग ने कहा- था कि वह मांकड़िंग से आउट नहीं करने को लेकर अश्विन से कहेंगे।


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