मशहूर टीवी सीरियल 'साथ निभाना साथिया' के तुर्की वर्जन को लेकर विवाद सामने आया है। सोशल मीडिया पर सीरियल की एक क्लिप वायरल हो रही है, जिसके बैकग्राउंड में नजर आ रही राधा-कृष्ण की मूर्ती को ब्लर किया गया है। यह देखकर सोशल मीडिया यूजर्स ने नाराजगी जाहिर की है और तुर्की पर हिंदी सीरियल्स के इस्लामीकरण का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट आए
सीरियल के प्रिंट स्क्रीन शेयर करते हुए श्वेता नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा है, "हिंदी सीरियल तुर्की भाषा में डब किया गया। लेकिन उन्होंने राधा कृष्ण की मूर्ति को ब्लर कर दिया। वाकई पैसा कमाने के लिए लोग कितना गिर जाते हैं।"
श्वेता के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक यूजर ने लिखा है, "मैं तो बहुत सारे तुर्की शो देखता हूं, लेकिन न तो उसमें मस्जिद ब्लर होती है, न कुरान...फिर इंडियन टीवी शो के साथ ऐसा क्यों?"
##एक अन्य यूजर का कमेंट है, "उन्हें सिंदूर, बिंदी, मंगलसूत्र और बॉडी पार्ट्स को भी ब्लर कर देना चाहिए। क्योंकि वे पूरी तरह काले कपड़े में ढके हुए नहीं है, जो कि हराम है।"
##एक अन्य यूजर ने लिखा है, "हे भगवान। फिर सीरियल में भारतीय क्या बचा? उन्होंने डायलॉग्स भी एडिट कर दिए हैं। भगवान के लिए प्लीज किसी की भावनाओं को इस तरह आहत न करें। जरूरत नहीं। और उन मूर्खों के लिए, जो तुर्की शो देखते हैं, प्लीज सबक लें। आप सबको प्यार कर सकते हैं, लेकिन सबसे प्यार नहीं पा सकते।"
##'मासूम' नाम से टेलीकास्ट हो रहा शो
तुर्की में 'साथ निभाना साथिया' 'मासूम' के नाम से टेलीकास्ट हो रहा है। वहां की लोकल ऑडियंस को ध्यान में रखते हुए इसे तुर्की भाषा में डब किया गया है। लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो इस दौरान इसमें दिखाए हिंदू देवी-देवताओं और प्रतीक चिन्हों को भी ब्लर करके जा रहा है।
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