पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार बॉलीवुड अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेली खरीदेगी। दोनों हवेली पाकिस्तान के पेशावर शहर में हैं।
दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेली को 2014 में नवाज शरीफ सरकार ने राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया था। वहीं, राज कपूर की पुश्तैनी हवेली को 2018 में राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया गया था।
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर, 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। वहीं, शोमैन राजकपूर भी 14 दिसंबर, 1924 को पेशावर में ही जन्मे थे।
वैसे, बॉलीवुड के कई और सेलेब्स हैं जिनकी जड़ें पाकिस्तान से जुड़ी हुई हैं। नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही सेलेब्स पर...
ऋतिक रोशन
ऋतिक के दादा रोशन लाल नागरथ भी गुजरांवाला, पंजाब, पाकिस्तान में जन्मे थे। रोशन बॉलीवुड के जाने-माने म्यूजिक डायरेक्टर थे।
-दूसरी तरफ ऋतिक के नाना जे.ओम प्रकाश का जन्म भी सियालकोट, पंजाब में हुआ था। 7 अगस्त, 2019 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। जे.ओम प्रकाश बॉलीवुड के नामी डायरेक्टर में से एक थे। उन्हें राजेश खन्ना की 'आप की कसम' के लिए जाना जाता है।
शाहरुख खान
शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद पेशावर, पाकिस्तान में इंडियन इंडिपेंडेंस एक्टिविस्ट थे। साल 1947 में भारत-पाक विभाजन के दौरान शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद माइग्रेट होकर दिल्ली आ गए थे, जबकि चाचा पाकिस्तान में ही रह गए थे। शाहरुख के कजिन्स इन दिनों पेशावर में रहते हैं।
-शाहरुख के पाकिस्तान में रह गए चाचा गुलाम मोहम्मद गामा फ्रीडम फाइटर थे। गुलाम मोहम्मद के दो बेटे (मंसूर खान और मकसूद खान) और एक बेटी (नूरजहां) हैं। बड़े बेटे मंसूर खान पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में बांस की सीढ़ियां बनाने का काम करते हैं।
अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन की मां तेजी (पहले सूरी) बच्चन का जन्म 12 अगस्त, 1914 को पंजाब के लायलपुर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वे सिख परिवार से ताल्लुक रखती थीं। उनके पिता का नाम सरदार खजान सिंह था, जो पंजाब में ही बैरिस्टर थे।
-तेजी बच्चन भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी की काफी करीबी दोस्त थीं। उन्हें अक्सर इंदिरा जी के साथ देखा जाता था।
-अगर बात करें उनकी पति डॉ. हरिवंश राय बच्चन की तो उनसे तेजी की मुलाकात तब हुई, जब वे लाहौर के फतेहचंद डिग्री कॉलेज में पढ़ाती थीं। 21 दिसंबर, 2007 को 93 साल की उम्र में तेजी दुनिया को अलविदा कह गईं थीं।
सुनील दत्त
सुनील दत्त का जन्म पाकिस्तान के खुर्द गांव में हुआ था। वे महज पांच साल के थे जब उनके पिता दीवान रघुनाथ दत्त का निधन हो गया था।
- जब वे 18 साल के थे, तो उन्हें भारत-पाकिस्तान विभाजन का दंश झेलना पड़ा। विभाजन के दौरान भड़के दंगों में याकूब नामक एक मुस्लिम युवक ने सुनील और उनके परिवार की जान बचाई।
विभाजन के बाद सुनील अपने परिवार सहित हरियाणा के यमुना नगर स्थित मंडोली गांव में आकर बस गए। बाद में उन्होंने कुछ समय लखनऊ में भी बिताया, जहां से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली। सुनील ने मुंबई के जय हिंद कॉलेज से भी पढ़ाई की।
-सिलोन रेडियो में आरजे की नौकरी करते हुए ही सुनील दत्त का फिल्मी सफर शुरू हुआ। 25 मई, 2005 को उनका निधन हो गया था।
विनोद खन्ना
-विनोद खन्ना 6 अक्टूबर, 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में जन्मे। बंटवारे के बाद उनका परिवार मुंबई में बस गया। पिता टेक्सटाइल बिजनेसमैन थे, लेकिन विनोद साइंस के स्टूडेंट रहे और पढ़ाई के बाद इंजीनियर बनने का सपना देखा करते थे।
-विनोद की सुनील दत्त से एक पार्टी में मुलाकात हुई थी। उस वक्त सुनील के छोटे भाई सोम दत्त अपने होम प्रोडक्शन में ‘मन का मीत’ बना रहे थे। इसमें सुनील दत्त को अपने भाई के किरदार के लिए किसी नए एक्टर की तलाश थी।
विनोद खन्ना की पर्सनैलिटी, ऊंची कद-काठी को देखकर सुनील दत्त ने उन्हें वह रोल ऑफर किया। यह फिल्म 1968 में रिलीज हुई और बॉलीवुड में विनोद खन्ना की एंट्री हुई। 27 अप्रैल, 2017 को उनका निधन हो गया था।
प्रेम चोपड़ा
-85 साल के हो चुके प्रेम चोपड़ा 23 सितंबर, 1935 को उनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुआ था। प्रेम चोपड़ा ने अपने करियर में 'शहीद' (1965), 'बॉबी' (1973), 'बेताब' (1983), 'गुप्त' (1997) और 'कोई मिल गया' (2003) समेत करीब 380 फिल्मों में काम किया है।
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